उत्तर- अमीर खुसरो
2. पृथ्वीराज रासो में प्रमुख रस है-
उत्तर- वीर और श्रृंगार रस
3. राहुल सांकृत्यायन ने हिन्दी का पहला कवि माना है-
उत्तर- सरहपाद को
4. सिद्धों की बानियों को हिन्दी काव्य धारा के नाम से संगृहीत किया-
उत्तर- महापंडित राहुल सांकृत्यायन ने
5. आदिकाल के कवि सरहपाद की काव्य परम्परा में विकसित नाथ पंथ के हठयोग का पल्लवन आगे चलकर किस कवि में हुआ-
उत्तर- कबीर
6. बौद्धधर्म के सिद्धान्तों में देश की बदलती हुई परिस्थितियों ने जिन नवीन भावनाओं की सृष्टि की उन्ही के परिणामस्वरूप सिद्ध साहित्य की रूपरेखा तैयार हुई। सिद्ध साहित्य के प्रादुर्भाव विषयक यह कथन है-
उत्तर- रामकुमार वर्मा का
7. नागरी प्रचारिणी सभा से प्रकाशित पृथ्वीराज रासो के संस्करण को प्रामाणिक मानने वाले विद्दान है-
उत्तर- कर्नल टॉड
8. भरतेश्र्वर बाहुबली रास किस काव्य धारा का ग्रंथ है-
उत्तर- जैन साहित्य
9. वह रचना जो शिलांकित है-
उत्तर- राउलवेल
10. जसहर चरित्र के लेखक हैं-
उत्तर- पुष्दंत
11. दब्ब सहाव पयास नामक अपभ्रंश में लिखित ग्रंथ की रचना की-
उत्तर- देवसेन ने
12. संदेशराशक काव्य है-
उत्तर- खण्ड काव्य
13. आलवार संतों की संख्या मानी गई है-
उत्तर- बारह
14. कयमास वध प्रमुख घटना है-
उत्तर- पृथ्वीराज रासो ग्रंथ की
15. अपभ्रंश भाषा में लिखित रामचरित्र है-
उत्तर- पउमचरिउ
16. पुस्तक जल्हण हत्थ दै चलि गज्जन नृपकाज। इस पंक्ति में संकेत हैं-
उत्तर- पृथ्वीराज रासो ग्रंथ के बारे में
17. पृथ्वीराज रासो की भाषा है-
उत्तर- डिंगल
18. अपभ्रंश के प्रभाव से मुक्त हिन्दी की रचना मानी जाती है-
उत्तर- बीसलदेव रासो
19. पण्डिअ सअल सत्त बक्खाणइ। देहहि रूद्ध बसंत न जाणइ। यह काव्यपंक्ति है-
उत्तर- सरहपाद की
20. आल्हा ऊदल नामक वीर सरदारों की वीरतापूर्ण लड़ाइयों का वर्णन है-
उत्तर- परमाल रासो में
कुछ और लिंक-
No comments:
Post a Comment